क्या हुआ है?
एक ऐप है TeleMessage, जो देखने में Signal जैसा है – लेकिन इसमें मैसेज सेव हो सकते हैं, यानी रेकॉर्ड रहते हैं। ट्रम्प प्रशासन के कुछ लोग इसी ऐप का इस्तेमाल कर रहे थे, खासकर पूर्व सुरक्षा सलाहकार माइक वॉल्ट्ज। अब इस ऐप पर साइबर अटैक हो गया है और फिलहाल इसकी सर्विस बंद कर दी गई है।

क्या है ये TeleMessage और TM SGNL?
ये एक ऐप है जो Signal की तरह ही दिखता है, लेकिन इसकी खास बात ये है कि इसमें किए गए मैसेज सेव रहते हैं – ताकि ज़रूरत पड़ने पर रिकॉर्ड दिखाया जा सके। सरकारी बातचीत के लिए ऐसा ऐप काफ़ी काम आता है, लेकिन सिक्योरिटी कम हो जाती है क्योंकि डेटा स्टोर होता है।
माइक वॉल्ट्ज इसी ऐप का इस्तेमाल करते पकड़े गए थे जब एक मीटिंग के दौरान उनका फोन कैमरे में कैद हो गया था, जिसमें TM SGNL ऐप की नोटिफिकेशन दिख रही थी।
SignalGate: जब गलती से प्लान लीक हो गया
इससे पहले मार्च 2025 में एक बड़ा फसाद हुआ था जिसे “SignalGate” कहा गया – माइक वॉल्ट्ज ने गलती से एक पत्रकार को एक ग्रुप में जोड़ दिया, जिसमें गोपनीय मिलिट्री प्लान पर बात हो रही थी। इससे पूरे सिस्टम की सिक्योरिटी पर सवाल उठे थे।
अब ऐप ही बंद हो गया
अब जब TeleMessage पर हैकिंग का शक है, तो कंपनी ने ऐप को अस्थायी रूप से बंद कर दिया है और पूरी जांच चल रही है। वेबसाइट भी डाउन है। अभी तक ये साफ नहीं हुआ कि कितना डेटा लीक हुआ है, लेकिन चौंकाने वाली बात ये है कि इसे ट्रम्प टीम के लोग सरकार में रहते हुए यूज़ कर रहे थे।
सरकार वाले ऐप का इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन कितना सेफ है?
सरकारी लोग अगर ऐसे ऐप यूज़ करें जो आधिकारिक नहीं हैं या जिनमें डेटा सेव हो रहा हो – तो यह एक बड़ा खतरा बन सकता है। इस केस ने साफ कर दिया है कि टेक्नोलॉजी के नाम पर सावधानी न बरती जाए, तो सिक्योर डेटा भी गलत हाथों में जा सकता है।
छोटा सा नतीजा
Signal जैसा दिखने वाला ऐप TeleMessage अब शक के घेरे में है। माइक वॉल्ट्ज और ट्रम्प टीम के कुछ लोग इसे यूज़ कर रहे थे। अब जब साइबर अटैक हुआ है और ऐप बंद हो गया है, तो साफ है – गंभीर बातें करने के लिए सिर्फ भरोसेमंद और सिक्योर ऐप ही यूज़ करने चाहिए।
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