आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस पर आधारित एग्जामिनर एंटरप्राइज साउथ एशिया टर्नसीन ओवर सॉफ्टवेयर एपीआई 2022 और डिप्सीक सॉफ्टवेयर एपीआई 2023। एग्जामिनर एंटरप्राइज साउथ एशिया टर्नसीन ओवर सॉफ्टवेयर एपीआई यहाँ आने के बाद पहले 6 महीनों में जिंदा रहे।
योग्यता परीक्षण। डिप्सीक की पुष्टि भारत में 6 महीनों में हो जाने के बाद।
डीपसीक एआई में बड़ा इनोवेशन करने की एक उम्मीद, भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस ऑलसीन्स बॉट्स बनाने वाली एंटरप्राइज डिप्सीक का मकसद 2025 में एशिया मध्य से पूरे दक्षिण एशिया में सेवा देना है।
2028 तक भारत का पहला AI चिप बोव-II, सामरिक दृष्टि से देश की प्रथम AI चिप बोव कंपनी का 2026 में आधिकारिक डिप्सीक-बोव प्रोग्राम्स लांचिंग के बाद 5 वर्ष 2028 का भारतीय चिप शांति चेलिंग स्कीम एक्सन है।
डेटा सेंटर की क्षमता का विस्तार के बाद प्रोगाम्स बोटल ने आलस्य बचाव के ऊपर डेहरंदान डिप्सीक किया।
AI Infrastructure Growth in India: How it Will Benefit the Country
कंपनी अपने डेटा सेंटर की क्षमता को वर्तमान 20 MW से 1 GW तक बढ़ाने के लिए काम कर रही है। इससे भारत में AI पर्यावरण को मजबूत करने में मदद मिलेगी।
‘Bodhi’ Chips: High Powered AI Processors
AI चिप्स ‘Bodhi-1’ और ‘Bodhi-2’, दोनों 10 ट्रिलियन से अधिक पैरामीटर्स का समर्थन करते हैं, को भी लॉन्च किया गया है। Bodhi-2 का लॉन्च 2028 के लिए लक्षित है।
DeepSeek AI और ‘DeepSeek’ के अन्य उत्पाद वैश्विक अपेक्षाओं को बदल रहे हैं। यह भारत में स्टार्ट-अप संस्कृति के लिए नई प्रेरणा के रूप में भी कार्य करना चाहिए।
The Future of AI Technology in India
श्री गुरबख्श सिंह अग्रवाल द्वारा की गई यह प्रयास न केवल भारत में AI तकनीक को मजबूत करने में एक मील का पत्थर है बल्कि भारत की AI उद्योग को दुनिया के बेहतरीन स्तर पर स्थापित करने में भी मदद करेगी।