Introduction of Mobile Battery Types:
जैसा आप सभी जानते हैं, मोबाइल फोन की बैटरी उसके सबसे महत्वपूर्ण हिस्से में से एक होती है। बैटरी मोबाइल फोन के कार्यशीलता का आधार है। इसके बिना फोन चालू नहीं हो सकता है। यह न केवल डिवाइस को शक्ति देता है, बल्कि इसके कार्य क्षमता और उपयोगिताओं को भी प्रभावित करता है। उपयोगकर्ता इसे न केवल कॉल करने के लिए बल्कि इंटरनेट ब्राउजिंग या किसी अन्य कार्य के लिए इस्तेमाल करते हैं।
मोबाइल फोन का एक विशेष लाभ उसकी पोर्टेबिलिटी है। बैटरी की मौजूदगी इसे कहीं भी ले जाने और उपयोग करने की सुविधा देती है। बिना बैटरी के फोन एक स्थिर डिवाइस बन जाता है, जो किसी भी कार्य का नहीं रहता।
एक बैटरी की क्षमता और जीवनकाल मोबाइल फोन की उपयोगिता को सीधे प्रभावित करते हैं। लंबे समय तक चलने वाली बैटरी उपयोगकर्ताओं को बिना बार-बार चार्ज किया अपने फोन का इस्तेमाल करने की सुविधा देती है।
लेकिन जब से यह तेज चार्जिंग टेक्नोलॉजी जैसे फास्ट चार्जिंग और वायरलेस चार्जिंग का उपयोग हो रहा है। ये तकनीकें बैटरी के महत्व को और बढ़ाती है, क्योंकि यह उपयोगकर्ताओं को समय की बचत करने में मदद करती है।
एक अच्छी बैटरी सुरक्षा के मामले में भी महत्वपूर्ण है। खराब क्वालिटी की बैटरी से ओवरहीटिंग, विस्फोट या आग लगने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए, मोबाइल फोन निर्माताओ के लिए सुरक्षित बैटरी का चयन करना बहुत जरूरी होता है, जिस किसी भी व्यक्ति को इस प्रकार स्थिति का सामना करना ना पड़े |
एक बैटरी का चुनाव न केवल मोबाइल फोन की कार्य क्षमता को प्रभावित करता है, बल्कि यह उपयोगकर्ता के अनुभव को भी आकर देता है। सही बैटरी का चयन करना एक स्मार्ट निर्णय है। जो लंबे समय तक के लिए हमें संतोष और सुरक्षा देता है।
आज भी कुछ बैटरियां जो 90 के दशक से आज तक इस्तेमाल में लाई जाती हैं और कुछ नई टेक्नोलॉजी के अनुसार लोगों की जरूरत के लिए बनाए गए हैं, आईए जानते हैं वह विभिन्न प्रकार की बैटरियां कौन सी हैं :-
Mobile Battery Types:
1. लिथियम- ion बैटरी
लिथियम आयन बैटरी आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों में से सबसे लोकप्रिय बैटरी में से एक है, जो इसे अन्य बैटरी प्रकारों से बेहतर बनाती है।
विशेषताएं –
- इस बैटरी में उच्च ऊर्जा घनत्व होता है, जिसका अर्थ है कि कम आकार में अधिक उर्जा संग्रहित करना। इस बैटरी की मदद से डिवाइस लंबे समय तक चल सकते हैं।
- लिथियम आयन से बनी यह बैटरी काफी हल्की होती है, जो मोबाइल उपकरणों की पोर्टेबिलिटी को बढ़ाता है।
- यह बैटरी तेज चार्जिंग की सुविधा देता है जिससे उपयोग करता जल्दी से बैटरी को चार्ज कर सकते हैं और अपने समय की बचत कर सकते हैं।
- लिथियम आयन बैटरी का जीवनकाल भी दूसरी बैट्रींयों की तुलना में अधिक होता है जो इसे लंबे समय तक उपयोग करने के लिए उपयुक्त बनाता है।
लिथियम आयन बैटरी के फायदे :
- इसकी उच्च ऊर्जा घनत्व और लंबी बैटरी लाइफ इस ए स्मार्टफोंस लैपटॉप और अन्य उपकरणों के लिए बेहतर बनाती है।
- लिथियम आयन बैटरी की नियमित रखरखाव यानी देखभाल की आवश्यकता नहीं होती जो उपयोगकर्ताओं के लिए सुविधाजनक होता है।
- यह बैटरी कम हानिकारक रसायनों का उपयोग करती है और कुछ मामलों में रीसाइकलिंग के लिए भी बेहतर मानी जाती है।
लिथियम आयन बैटरी का उपयोग 1990 के दशक से बढ़ा है और यह आज के कई आधुनिक उपकरणों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इसका इस्तेमाल लगभग आज के सभी उपकरणों में किया जाता है, जैसे – स्मार्टफोन, लैपटॉप, टैबलेट, डिजिटल कैमरा, इलेक्ट्रॉनिक वाहन,पावर टूल्स, स्मार्टवॉच और फिटनेस ट्रैकर, घर के उपकरणों के लिए, और हैंडहेल्ड गेमिंग डिवाइस के लिए भी लिथियम आयन बैटरी का ही इस्तेमाल किया जाता है, क्योंकि यह काफी बेहतर होती हैं और लंबे समय तक चलती है।
2. लिथियम- पॉलिमर बैटरी
लिथियम पॉलीमर बैटरी मॉडर्न तकनीकी उपकरणों में से एक लोकप्रिय बैटरी माना जाता है।
इसकी विशेषताएं निम्न है जो इसेअन्य बैटरी से भिन्न बनाते हैं :-
- लिथियम पॉलीमर बैटरी का निर्माण पॉलीमर इलेक्ट्रोलाइट से किया जाता है जो इसे पतला और हल्का बनाता है, जो इस स्मार्टफोन और अन्य कंपैक्ट डिवाइस के लिए बेहतर बनाती है।
- पॉलीमर निर्माण तकनीक के कारण इस बैटरी का आकार और डिजाइन विभिन्न प्रकार के डिवाइस के आकार के हिसाब से बदला जा सकता है।
- लिथियम पॉलीमर बैटरी में उच्च सुरक्षा स्तर होता है जिससे ओवरहीटिंग और विस्फोट का खतरा काम होता है।
लिथियम पॉलीमर बैटरी के फायदे :
- इसकी उच्च ऊर्जा घनत्व और लंबी बैटरी लाइफ इस इकाई उपकरणों में इस्तेमाल करने के लिए बेहतर बनाती है।
- पतले और हल्के डिजाइन के कारण यह बैटरी उपकरणों में कम स्थान लेती है, जिससे बेहतर डिजाइन बनाना काफी आसान होता है।
- लिथियम पॉलीमर बैटरी तेज चार्जिंग की सुविधा देता है, जो उपयोग करता हूं के लिए समय की बचत करती है।
- इन बैटरियों को नियमित देखभाल की आवश्यकता नहीं होती है, जिससे उपयोगकर्ताओं को काफी सुविधा मिलती है।
लिथियम पॉलीमर बैटरी की शुरुआत 1990 के दशक में हुई थी और यह आज विभिन्न उपकरणों में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। इसकी हल्की और लचीलिस बनावट इस आधुनिक तकनीक में लोकप्रिय बनाते हैं।
लिथियम पॉलीमर बैटरी का प्रयोग लगभग कई प्रकार के उपकरणों में किया जाता है, जैसे- स्मार्टफोन, टैबलेट, ड्रोन और अन्य उपकरणों में।
3. निकेल मेटल हाइड्राइड बैटरी (NiMH)
निकेल मेटल हाइड्राइड बैटरी एक विश्वसनीय और सुरक्षित बैटरी विकल्प है, जिसका उपयोग विभिन्न उपकरणों में किया जाता है।
इसकी विशेषताएं निम्न प्रकार है:-
- NiMH बैटरी में अच्छा ऊर्जा घनत्व होता है जो इसे लंबे समय तक चलने की क्षमता देता है।
- यह बैटरी प्रकाश सुरक्षित होता है और इसमें 20 फुट आग लगने का खतरा कम होता है।
- इस बैटरी की उत्पादन लागत कम होती है जो इसे विभिन्न उपकरणों के लिए सस्ती बनाती है।
- इनमें सीसा या कैडमियम जैसी हानिकारक धातु में नहीं होती जिस पर्यावरण पर काम प्रभाव पड़ता है।
निकेल मेटल हाइड्राइड बैटरी के फायदे :
- यह बैट्री रिचार्जेबल होती है जैसे बार-बार खरीदने की आवश्यकता नहीं होती है।
- इस बैटरी की ऊंची क्षमता के कारण इसे लंबे समय तक चलाना आसान होता है।
- NiMH बैटरी में मेमोरी इफेक्ट होता है, लेकिन निकेल- कैडमियम बैटरी के मुकाबले कम होता है।
- NiMH बैटरी का उपयोग घरेलू उपकरणों इलेक्ट्रॉनिक वाहनों और पोर्टेबल उपकरणों में किया जाता है।
NiMH बैटरी का विकास 1980 के दशक में शुरू हुआ था, लेकिन इसका उपयोग 1990 के दशक से बढ़ा है, और यह आज भी विभिन्न कर्म में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
और फायदे इसे कई औद्योगिकों में लोकप्रिय बनाते हैं विशेष का तब जब उच्च ऊर्जा क्षमता और सुरक्षा की आवश्यकता होती है।
4. निकेल कैडमियम बैटरी
निखिल कैडमियम बैटरी एक प्रकार के रिचार्जेबल बैटरी है, जो निकेल और कैडमियम का उपयोग करती है। इसे विभिन्न अनुप्रयोगों में उपयोग किया जाता है।
इसकी विशेषताएं :-
- इन्हें तेजी से चार्ज किया जा सकता है जो उपयोगकर्ता के लिए सुविधाजनक होती है।
- NiCd बैटरी उच्च तापमान पर अच्छा प्रदर्शन करती है और ठंडे वातावरण में भी कार्यशील रहती है पर थोड़ा काम।
- इन बैट्रींयों का जीवनकाल लंबा होता है, जिससे इन्हें कई बार चार्ज और डिस्चार्ज किया जा सकता है।
- इस बैटरी में उच्च ऊर्जा घनत्व होता है जिससे यह लंबी अवधि तक शक्ति प्रदान करती है।
निकेल कैडमियम बैटरी का उपयोग कई उपकरणों में किया जाता है,जैसे – पावर टूल्स, ग्रह उपकरण, फोटोग्राफी उपकरण, चिकित्सा उपकरण, और ट्रांसपोर्ट उपकरण।
इस बेटरी की शुरुआत 1960 के दशक से हुई थी, लेकिन 1970 और 1980 के दशक से इसका उपयोग काफी बढ़ा है।
5. सॉलिड-स्टेट बैटरी
यह बैटरी एक ऐसी बैटरी है जो पारंपरिक तरल इलेक्ट्रोलाइट के बजाय ठोस इलेक्ट्रोलाइट का उपयोग करती है। यह तकनीक बैटरी की सुरक्षा प्रदर्शन और जीवनकाल को बेहतर बनाने का प्रयास करती है।
इस बैटरी की विशेषताएं –
- सॉलिड स्टेट बैटरी में लिक्विड इलेक्ट्रोलाइट नहीं होता जिसे रिशव और आग लगने का खतरा कम होता है।
- यह बैटरी उच्च और निम्न तापमान पर अच्छी प्रदर्शन देते हैं।
- ठोस इलेक्ट्रोलाइट के कारण इन बतिया का वजन कम होता है जो पोर्टेबल उपकरणों के लिए फायदेमंद होता है।
- इन बेटियों का ऊर्जा घनत्व उच्च होता है जिसे उपकरणों की बैटरी लाइफ बढ़ती है।
सॉलिड स्टेट बैटरी की कार्यप्रणाली पारंपरिक बैटरी के समान ही होती है। लेकिन, इसमें ठोस इलेक्ट्रोलाइट का उपयोग होता है। जब बैटरी चार्ज होती है। लिथियम आयन सकारात्मक इलेक्ट्रोड से नकारात्मक इलेक्ट्रोलाइट की ओर चलते हैं। डिस्चार्ज होने पर, यह आयन वापस सकारात्मक इलेक्ट्रोड की ओर लौटते हैं जिसे विद्युत धारा उत्पन्न होती है।
सॉलिड स्टेट बैटरी का उपयोग कई उपकरण को बनाने में किया जाता है, जैसे – इलेक्ट्रॉनिक वाहन,स्मार्टफोन और टैबलेट,ड्रोन,औद्योगिक अनुप्रयोग, उपकरण और आंतरिक यान के लिए। इसकी शुरुआत लगभग 1980 के दशक में हुई थी, लेकिन अब वर्तमान समय में इसका प्रयोग बढ़ता ही जा रहा है।
इन बैटरियों से छेड़छाड़ करने के नुकसान :-
- इन बैट्रींयों के साथ छेड़छाड़ करने से रिसाव,विस्फोट या आग लगने का खतरा बढ़ जाता है। बैटरी का आंतरिक संतुलन बिगड़ जाता है जिससे यह खतरनाक स्थिति उत्पन्न कर सकती है।
- इसे छेड़छाड़ करने से बैटरी की ऊर्जा क्षमता कम हो जाती है। इससे बैटरी की बैकअप टाइम घट जाती है और चार्जिंग की क्षमता भी प्रभावित होती है।
- बैटरी को बार-बार 400 डिस्चार्ज करने से उसकी उम्र कम हो जाती है छेड़छाड़ के कारण या प्रक्रिया तेजी से होती है।
- बैटरी के टूटने या रिसाव से से निकले जहरीले रसायन पर्यावरण को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
इन सभी बैटरीयों के साथ छेड़छाड़ करना अत्यंत खतरनाक हो सकता है। सुरक्षा, प्रदर्शन और पर्यावरण मुद्दे के कारण इन बैटरियों के साथ सावधानी बरतनी जरूरी है।
पहले उपयोग की जाने वाली बैटरी और आज की बैट्रींयों के बीच भिन्नताएं :-
पहले की बैटरियां :-
जैसे कि जिंक कार्बन और निखिल कैडमियम बैटरियां जो साधारण रसायनों से बनाई गई थी।
- इनमें ऊर्जा घनत्व कम था जिसे इन्हें बड़े आकार में बनाना पड़ता था।
- चार्जिंग में अधिक समय लेती थी।
- सुरक्षा मुद्दे अधिक थे जैसे रिसाव और विस्फोट का खतरा।
- कई पुरानी बैट्रींयों में जहरीले सामग्री का इस्तेमाल हुआ करता था, जो पर्यावरण के लिए हानिकारक थी।
● आज की बैटरियां :-
लिथियम आयन लिथियम पॉलीमर अरे ठोसे स्टेट बैटरी में जो उच्च ऊर्जा घना तो और बेहतर प्रदर्शन के लिए बनाई जा रही है।
- इनमें उच्च ऊर्जा घनत्व होता है जिससे वह छोटा आकार में अधिक ऊर्जा को संग्रहित कर सकते हैं।
- तेजी से चार्जिंग की क्षमता, जिस समय की काफी बचत होती है।
- सुरक्षा में सुधार हुआ है, जैसे कि ओवरचार्जिंग से बचने के लिए सुरक्षा यंत्र लगाए गए हैं।
- नई बैटरी प्रकारों में काम हानिकारक तत्व होते हैं और कुछ प्रकार रीसायकल किया जा सकते हैं।
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